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लक्ष्मणराव इनामदार राष्ट्रीय सहकारिता अनुसंधान एवं विकास अकादमी(लिनाक)

प्लाट नं.-89, सेक्टर-18, इंस्टिट्यूशनल एरिया,
गुरुग्राम, हरियाणा - 122015
टेलीफोन नं: + 91124 2349027
फैक्स :+911242340674, ई- मेल: linac@ncdc.in, topic@ncdc.in
https://goo.gl/maps/LYzA66uGQKz

वर्ष 1985 में, एनसीडीसी ने विश्व बैंक परियोजना के माध्यम से अपना प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया था । समय के साथ यह संस्थान भारत और विदेशों में सहकारी क्षेत्रक व्यवसायिक दक्षता विकसित करने हेतु मुख्य साधन बन गया है । प्रशिक्षण संस्थान के सुदृढ़ निर्माण तथा सहकारी क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देने हेतु भारत सरकार ने फरवरी, 2018 में संस्थान को प्रशिक्षण, अनुसंधान एवं परामर्श के लिए एक व्यापक अधिदेश के साथ उन्नत किया और इसका नाम बदलकर “लक्ष्मणराव इनामदार राष्ट्रीय सहकारिता अनुसंधान एवं विकास अकादमी(लिनाक)” कर दिया गया ।

लिनाक के कार्यात्मक संबंध

वर्षों से अपनी यात्रा के दौरान, संस्थान ने असंख्य राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के साथ असंख्य क्षेत्रों में क्षमता विकास योगदान के लिए कार्यात्मक सहयोग का निर्माण किया है ।

कृषि बैंकिंग अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र (सी.आई.सी.टी.ए.बी.) राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक(नाबार्ड)
अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन(आई.सी.ए) भांडागारण विकास एवं विनियामक प्राधिकरण (डब्ल्यू.डी.आर.ए)
नेटवर्क फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ एग्रीकल्चर कॉपरेटिव इन एशिया एंड पैसिफिक(नेडैक) राष्ट्रीय कृषि विपणन संस्थान (एन.आई.ए.एम.)
वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारी प्रबंध संस्थान (वैमनीकॉम) राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंध संस्थान (मैनेज)
राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (एन.एच.बी.) सहकारी बैंक एवं ऋण समिति राष्ट्रीय संघ (नैफकब)
भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास महासंघ (ट्राइफेड) पी.वी. नरसिंह राव, तेलंगाना पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय, हैदराबाद

 

हाल ही में लिनाक ने एफएओ/आईएलओ की नेडैक की महासभा के समरूप तकनीकी सत्रों का आयोजन किया, जिसमें 8 देशों के संगठनों ने भाग लिया ।

 

सीखने की दृष्टि से, कृषि एवं विकासात्मक सहकारी क्षेत्रक में प्रशिक्षण, कार्रवाई अनुसंधान, अध्ययन, परामर्श, निगरानी, मूल्यांकन, प्रणाली विकास और प्रौद्योगिकी विकास की उन्नति के सार्वजनिक हित में संबंधित पक्षों के मूल शक्तियों, अनुभव एवं संस्थागत उद्देश्यों को विकसित करने हेतु, एनसीडीसी – लिनाक ने राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंध संस्थान (मैनेज), हैदराबाद, पी. वी. नरसिम्हा राव तेलंगाना पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय, हैदराबाद तथा नेशनल फेडरेशन ऑफ अर्बन कोऑपरेटिव बैंक और क्रेडिट सोसाइटीज, जो सहकारी क्रांति को समर्पित संगठन है, के साथ विभिन्न समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं । ये समझौता ज्ञापन गैर-वित्तीय हैं और इसका उद्देश्य एनसीडीसी एवं उल्लिखित संगठनों के मध्य आपसी सहयोग का निर्माण करना है । एनसीडीसी के माध्यम से, लिनाक के पास कोर फैकल्टी, विशेषज्ञों के पैनल, विषय विशेषज्ञों और सहकारी क्षेत्र के कामकाज के मुख्य क्षेत्रों के पेशेवरों का अभ्यास करने की अपनी टीम है। व्यवस्थित दृष्टिकोण के आधार पर प्रशिक्षण और प्रौढ़शिक्षा पद्धति हेतु कार्यक्रम को चिन्हित करना, इसकी रूप-रेखा तैयार करना और उसका कार्यान्वयन किया जाता है।

समारोह / गतिविधियाँ

प्रशिक्षण

  • राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रमों
    • संगठनातमक विकास
    • सहकारी क्षेत्रक उद्यमिता एवं व्यवसायिक विकास
    • ग्रामीण परिवर्तन के लिए विकासात्मक परियोजनाओं के नियमन, मूल्यांकन, निगरानी
    • सहकारिता संबंधी मार्गदर्शन तथा परामर्श कौशल विकसित करना
    • प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण
    • ग्रामीण वित्तीय संस्थानों (RFI) में युवा प्रबंधकों के लिए उद्यमिता विकास कार्यक्रम (EDP)
    • एकीकृत सहकारी विकास परियोजनाओं कार्यान्वयन
    • सहकारी बैंकिंग प्रबंधन
    • महिला सहकर्मियों हेतु प्रबंधन विकास कार्यक्रम
    • संबद्ध क्षेत्र सहकारिता अधिकारियों (डेयरी, मत्स्यिकी एवं पशुधन, सूअर-पालन आदि) हेतु प्रबंधन विकास कार्यक्रम (एमडीपी)
    • कृषि उत्पादन विपणन सहकारिताओं हेतु प्रबंधन विकास कार्यक्रम
    • सहकारी विकास हेतु नई तकनीकी एवं नए क्षेत्र
    • साइबर सुरक्षा
    • आईटी एल्पिकेशन में कौशल उन्नयन कार्यक्रम
  • अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम
    • आपदा जोखिम प्रबंधन विशेष पक्ष एवं सहकारी विकास कार्यशाला
    • समावेशी सहकारी विकास हेतु क्षेत्र आधारित एकीकृत दृष्टिकोण अपनाना
    • कृषि सहकारिताएँ एवं ग्रामीण वित्तपोषण संस्थानों हेतु प्रबंधकीय कौशल विकास
    • रिपब्लिक ऑफ चाइना (ताइवान) के युवा किसानों के लिए विनिमय कार्यक्रम
    • सहकारिता विभाग के उच्च स्तरीय अधिकारियों के लिए सहकारी विकास संबंधी उन्नत नेतृत्व कार्यक्रम
    • एएआरडीओ/ नेडैक के सदस्य देशों एवं अन्य संगठनों के अधिकारियों/ सहकारी कार्मिकों के लिए सहकारिता हेतु अवसंरचनात्मक वित्तीय एवं व्यवसायिक विकास

परामर्श और अनुसंधान

  • प्रशिक्षण प्रणालियों, कार्यक्रमों एवं सामग्रियों का विकास
  • प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करना
  • परियोजनाओं का समीक्षा व मूल्यांकन
  • प्रभावी एवं सदस्य केंद्रित व्यावसायिक उद्यमों के विकास के लिए नई नीतियों, प्रथाओं व मॉडलों को विकसित करने हेतु अनुसंधान व विकास का आयोजन करना
  • कृषि-प्रसंस्करण, औद्योगिक क्षेत्र आदि में सहकारी उद्यमों के विकास को बढ़ावा देना

संवर्धनात्मक एवं विकासात्मक

  • आईआईएम-अहमदाबाद तथा आईआईएम-इंदौर में फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) के लिए फेलोशिप सहकारी संस्थानों की व्यावसायिक दक्षता और प्रशिक्षण क्षमता विकसित करने के लिए
  • वैम्निकॉम, पुणे में सहकारिताओं के प्रबंधकों/ अधिकारी वर्ग को प्रबंधकीय कौशल के विकास के लिए फैलोशिप।
  • प्रबंधन मंडल के निदेशकों, अध्यक्षों, मुख्य कार्यकारी अधिकारियों तथा सहकारी समितियों के अन्य प्रमुख कार्मिकों के लिए देश के कुशल कार्यशील समितियों का अध्ययन दौरे किए जाते हैं, जो उन्हें सफलता के कारकों को सीखने और दृढ़ विश्वास को विकसित करने तथा सफलता को दोहराने में सहायक हैं।

अवसंरचनात्मक सुविधाएँ

  • लगभग 5 एकड़ में हरित परिसर (ग्रीन कैम्पस)का फैलाव
  • दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे के निकट तथा इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, नई दिल्ली से निकटता।
  • स्टेट-ऑफ-द-आर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर जिसमें वातानुकूलित प्रशिक्षण हॉल, सिंडिकेट रूम, ऑडिटोरियम, लाइब्रेरी और वाई-फाई युक्त परिसर शामिल हैं।
  • ई-लर्निंग पाठ्यक्रमों के लिए वेबिनार एवं व्याख्यान के साथ सुसज्जित आभासी कक्षाओं(वर्जुअल क्लासरूम) की सुविधाएं
  • वातानुकूलित छात्रावास एवं भोजन सुविधाएँ
  • मनोरंजन सुविधाएँ जिनमें इनडोर और आउटडोर गेम्स, मिनी जिम और व्यायाम उपकरण शामिल हैं।

लिनाक क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र

लिनाक के विस्तार एवं पहुंच को बढ़ाने और प्राथमिक स्तर की सहकारी समितियों के पोषण पर ध्यान देने के उद्देश्य से, निगम ने वर्ष 2019 में लिनाक के प्रत्येक 6 क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्रों (क्षे.प्र.कें.) अर्थी बेंगलुरु, भुवनेश्वर, गांधीनगर, हैदराबाद, कोलकाता और पुणे में स्थापना की है । ये केंद्र पूरे वर्ष में प्राथमिक सहकारी समितियों के प्रबंधन के लिए बुनियादी स्तर पर अलग-अलग एक-दिवसीय कार्यक्रम चलाते हैं । इस प्रकार, प्राथमिक सहकारी समितियों की क्षमता विकास की आवश्यकताओं को संबोधित करना जो सहकारी क्षेत्र की रीढ़ हैं। सहकारी समितियों के सिद्धांतों को कार्यान्वित करने और ग्रामीण विकास केंद्रों के रूप में विकसित करने हेतु प्राथमिक स्तर की सहकारी समितियों के प्रमुख पदाधिकारियों को उपयुक्त ज्ञान, दक्षता एवं मानसिकता से लैस करने की आवश्यकता के आधार पर, कार्यक्रमों को अनुकूलित और इसकी रूपरेखा तैयार की गई है।
वर्ष 2019-20 के लिए लिनाक के प्रशिक्षण कैलेंडर के एक भाग के रूप में, इन प्रशिक्षण केंद्रों द्वारा प्राथमिक स्तर के सहकारी संगठनों के लिए कुल 19 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। लिनाक क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र में एक-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम - सामान्य प्रबंधन, व्यवसाय विकास एवं संपत्ति प्रबंधन और लेखा व बुक कीपिंग(वहिखाता) और प्राथमिक स्तरीय सहकारी समितियों हेतु प्राथमिक स्तरीय सहकारितायें विषयों पर आधारित, के माध्यम से कुल 415 कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है ।

उपलब्धियाँ

  • वर्ष 2020-21 के दौरान, अकादमी ने 67 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए हैं और 4380 कर्मियों को प्रशिक्षित किया है।
  • संचयी रूप से, अकादमी ने मार्च, 2021 तक 1017 प्रशिक्षण कार्यक्रमों में 33000 कर्मियों को प्रशिक्षित किया है, जिनमें से 150 कार्यक्रमों में 4830 कर्मियों ने भाग लिया, जो भारत सरकार द्वारा सहायता प्राप्त कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) क्षमता निर्माण परियोजनाओं के अंतर्गत आयोजित किए गए थे ।
  • वर्ष 2019-20 के दौरान, प्रचार एवं विकास योजनाओं के अंतर्गत लिनाक ने पुणे के वैमनीकॉम में बिजनेस मैनेजमेंट में पोस्ट-ग्रेजुएशन डिप्लोमा में एक फेलोशिप प्रदान की है। लिनाक ने छः सहकारी समितियों के लिए 2 अध्ययन दौरों का भी आयोजन किया, जिसमें 13 महिला प्रतिभागियों सहित 26 प्रतिभागियों को लाभान्वित किया गया ।
  • परामर्श गतिविधियों के अंतर्गत, असम राज्य के 4 जिलों में आईसीडी परियोजनाओं के लिए 4 विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPRs), और उत्तरप्रदेश राज्य के सोनभद्र जिले में आईसीडी परियोजनाओं के लिए 1 विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की गई है।
  • दिनांक 14.02.2020 को मेघालय दुग्ध मिशन के अंतर्गत क्षमता विकास कार्यक्रम पर ‘एक दिवसीय हितधारक परामर्श’ शिलांग में आयोजित किया गया था । मेघालय के किसानों/ डेयरी सहकारिताओं और सरकारी अधिकारियों के क्षमता विकास के लिए पांच अलग-अलग व्यापक क्षेत्रों पर पचास(50) प्रशिक्षण कार्यक्रमों की सलाह दी गई, जो कि लिनाक –एनसीडीसी तथा मेघालय सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जाए ।

वर्ष 2022-23 के प्रशिक्षण कैलेंडर के लिए यहाँ क्लिक करें

प्रशिक्षण सामग्री

  • सहकारिता विकास हेतु क्षेत्र आधारित एकीकृत दृष्टिकोण- भारतीय परिप्रेक्ष्य में एनसीडीसी आईसीडीपी योजना का अनुभव”- पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोगात्मक प्रशिक्षण कार्यक्रम - यहाँ क्लिक करें
  • कृषि सहकारिता एवं ग्रामीण वित्तपोषण संस्थानों के लिए प्रबंधकीय कौशल विकसित करने पर अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम - यहाँ क्लिक करें
  • आईसीडीपी - यहाँ क्लिक करें
  • "छवि निर्माण व पीआर" पर प्रशिक्षण कार्यक्रम- यहाँ क्लिक करें
  • प्राथमिक स्तरीय सहकारिताओं में सामान्य प्रबंधन - यहाँ क्लिक करें
  • प्राथमिक स्तरीय सहकारिताओं में व्यवसाय विकास एवं परिसंपत्ति प्रबंधन - यहाँ क्लिक करें
  • प्राथमिक स्तरीय सहकारिताओं में लेखा एवं खाता हिसाब (बही खाता) - यहाँ क्लिक करें